धारकुंडी
श्रेणी ऐतिहासिक, धार्मिक, प्राकृतिक / मनोहर सौंदर्य
‘धारकुंडी’ चित्रकूट से 50 किलोमीटर दूर स्थित एक दिव्य स्थान है। पर्वत की कंदराओं में साधना स्थल, दुर्लभ शैल चित्र, पहा़ड़ों से अनवरत बहती जल की धारा,गहरी खाईयां और चारों ओर से घिरे घनघोर जंगल के बीच महाराज सच्चिदानंद जी के परमहंस आश्रम ने यहां पर्यटन और अध्यात्म को एक सूत्र में पिरो कर रख दिया है। यहां बहुमूल्य औषधियां और जीवाश्म भी पाए जाते हैं।माना जाता है कि महाभारत काल में युधिष्ठिर और दक्ष का प्रसिद्ध संवाद यहीं के एक कुंड में हुआ था जिसे ‘अघमर्षण कुंड’ कहा जाता है। यह कुंड भूतल से करीब 100 मीटर नीचे है।