चित्रकूट के मंहत मोहित दास बताते हैं कि चित्रकूट का टाठी घाट स्थान बहुत ही प्रसिद्ध है. इस स्थान की कहानी बताई जाती है कि भगवान राम को ऋषियों ने पूजन हेतु थाल भेंट किया था, इसीलिए इस स्थान का नाम टाठी घाट पड़ गया. आज भी इस स्थान में लाखों की तादाद में साधु संत तपस्या में लीन रहते हैं. जबकि उनको कोई देख नहीं सकता है. इस स्थान का नाम पूरे विश्व में काफी खास माना जाता है. दीपावली व अमावस्या के मौके पर लाखों श्रद्धालु टाठी घाट में पहुंचकर पूजा पाठ करते हैं